उन्होंने कहा कि महिलाएं सुरक्षित महसूस करें, यह हम सभी की जिम्मेदारी है। अराजकता बिलकुल भी बर्दास्त नहीं की जाएगी, माहौल खराब करने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने निम्नलिखित निर्देश दिए:
- सभी सर्किल प्रभारियों को अपने सर्किल के थाना/चौकियों की नियमित चैकिंग करने के निर्देश दिए गए।
- सभी विवेचकों को लंबित विवेचनाओं का समय से निस्तारण करने, वारंट आदि समय से तामील करने के निर्देश दिए गए।
- महिला संबंधित मामले का तुरंत संज्ञान न लेने पर थाना /चौकी प्रभारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- महिलाओं की सुरक्षा हेतु महिला कर्मियों की भी रोस्टरवार चैकिंग गश्त ड्यूटी लगाई जाय।
- शहर की शांति व्यवस्था में खलल डालने व माहौल खराब करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करें।
- शहर के सभी थाना तथा चौकी प्रभारी सायं 7 से 11:00 बजे तक नियमित चैकिंग करें।
- स्कूल के खुलने/ छुट्टी के समय पुलिस प्रेजेंट रहे, विशेषकर महिलाओं की ड्यूटी लगाई जाए।
- थाना प्रभारी अपनी चौकियों की घटनाओं के भी जिम्मेदार रहेंगे, महिला कर्मचारियों को फील्ड ड्यूटी में लगाएंगे, ड्यूटी चार्ट से अवगत कराएंगे।
- सायं 7 से 11 बजे का समय संवेदनशील है, इस बीच में किसी थाना क्षेत्र के कर्मचारी अनिवार्य रूप से अपने क्षेत्रों में बने रहेंगे।
- सीपीयू यात्रा व्यवस्था का विशेष ध्यान रखें, रात्रि 10 बजे तक बिना हेलमेट ट्रिपलिंग, रेट्रो साइलेंसर काली फिल्म लगे वाहनों के विरुद्ध कार्यवाही करें।
- प्रतिबंधित क्षेत्र में ई– रिक्शा के प्रवेश करने कर कार्यवाही करे।
- रात्रि में 112 पर किसी भी महिला द्वारा मदद संबंधी कॉल पर त्वरित कार्यवाही करते हुए मदद करें।
- शिकायत पेटिकाओं में आने वाली शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करें।
- बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे पीजी/ होस्टलो की नियमित चैकिंग करें, तथा आसपास महिला कर्मियों द्वारा नियमित गश्त की जाएगी।