
नैनीताल में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना ने पूरे उत्तराखंड में आक्रोश पैदा कर दिया है। राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. उर्मिला जोशी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह उत्तराखंड की छवि को धूमिल करने वाली घटना है। उन्होंने पीड़िता को न्याय दिलाने और अपराधी को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।
-आक्रोश*: उत्तराखंड में इस घटना को लेकर व्यापक आक्रोश है, और लोग आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
- राज्य महिला आयोग की प्रतिक्रिया*: डॉ. उर्मिला जोशी ने कहा कि यह घटना न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर देने वाली है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को महिलाओं और बच्चियों के लिए सुरक्षित राज्य माना जाता है, लेकिन ऐसी घटनाएं हमें अपनी व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए मजबूर करती हैं।
- न्याय और सजा: डॉ. जोशी ने पीड़िता को न्याय दिलाने और अपराधी को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अपराधी को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए।
- प्रशासन की भूमिका: डॉ. जोशी ने प्रशासन से मांग की है कि अपराधी का ठेकेदारी लाइसेंस रद्द किया जाए, उसकी संपत्ति की जांच की जाए और उसे सरकारी योजनाओं से काली सूची में डाला जाए।
- समाज की भूमिका: डॉ. जोशी ने लोगों से आह्वान किया है कि वे एकजुट होकर ऐसे अपराधों के खिलाफ आवाज उठाएं और समाज में छुपे आपराधिक तत्वों को पहचानें।
- कानून व्यवस्था: डॉ. जोशी ने कहा कि कानून-व्यवस्था को मजबूत और संवेदनशील बनाने की जरूरत है, और पुलिस की गश्त, महिला हेल्पलाइन की सक्रियता और निगरानी को सशक्त किया जाना चाहिए।