हल्द्वानी में आयोजित सरस आजीविका मेले में कृषि विभाग द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में किसानों को जैविक खेती और प्राकृतिक खेती के उपयोग के बारे में बताया गया।
कृषि विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों ने किसानों को कृषि से संबंधित जानकारी दी और इसके दीर्घकालिक लाभों के बारे में बताया। मुख्य कृषि अधिकारी ऋतु कुकरेती ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी और किसानों के लिए केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही किसान सम्मान निधि के बारे में बताया।
प्रगतिशील किसान नरेंद्र सिंह मेहरा ने जैविक खेती के उपयोग के बारे में बताया और कहा कि इससे किसानों की उत्पादन लागत 25 से 30 प्रतिशत तक कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि जैविक खेती भूमि की गुणवत्ता और उर्वरता बढ़ाती है और भूमि में कार्बन अवशेष की मात्रा को भी बढ़ाती है।