उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में फूलदेई पर्व मनाया गया। इस पर्व पर छोटे बच्चे वन से ताज़े फूल तोड़कर लाते हैं और घर-घर जाकर फूल चढ़ाते हुए फूलदेई के गीत गाते हैं।
गृहणियां सुबह साफ-सफाई कर चौखट को ताजे गोबर मिट्टी से लीपकर शुद्ध करती हैं। बच्चों को बदले में चावल, गुड़ और पैसे दिए जाते हैं।
फूलदेई से प्राप्त चावलों को भिगाकर गुड़ के साथ मिलाकर हलवा, छोई, शाइ जैसे स्थानीय पकवान बनाए जाते हैं। कुमाऊं के भोटान्तिक क्षेत्रों में चावल की पिठ्ठी और गुड़ से साया नामक विशेष पकवान बनाया जाता है।