कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय “उत्तराखंडी लोक भाषा में समानार्थी शब्दों का प्रयोग एवं समरूप साहित्य का निर्माण” था। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने उत्तराखंड की बोलियों को समाचार पत्रों में स्थान देने का सुझाव दिया। विषय प्रवर्तक डॉ. बिहारी लाल जलंधरी ने कुमाउनी और गढ़वाली की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता नीलांबर पाण्डेय ने उत्तराखंड की बोलियों का मुख्य आधार संस्कृत बताया और बोलियों की वर्तमान शब्दावली के संरक्षण व स्वरूप पर बात की।