महिला सुरक्षा एवं भयमुक्त वातावरण बनाए जाने हेतु जिले में की जा कार्यशालाएं

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उत्तराखंड राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशानुसार  नैनीताल जिले में एक कार्ययोजना तैयार करते हुए अनेक कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इस हेतु अपर निदेशक सेवायोजन के नेतृत्व में विभिन्न विभागों की महिला अधिकारियों को सामिल करते हुए टीम तैयार कर महिलासुरक्षा को लेकर विभिन्न कार्य कराए गए।

महिला सुरक्षा को लेकर किए जा रहे कार्यों के संबंध में कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में जिलाधिकारी वंदना ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर इन कार्यों की समीक्षा की,तथा इस संबंध में किए गए कार्यों की जानकारी ली।


बैठक में अवगत कराया कि हल्द्वानी नगर क्षेत्रान्तर्गत 41 विद्यालयों में जाकर गठित टीम द्वारा 45 कार्यशालाओं का आयोजन कर बालिकाओं से महिला सुरक्षा के संबंध में चर्चा करते हुए उनसे सुझाव लिए गए।


इस संबंध में टीम की नोडल अधिकारी अपर निदेशक सेवायोजन ऋचा सिंह ने अवगत कराया कि इन कार्यशालाओं में विद्यालय की छात्राओं ने बताया कि उन्हें अक्सर अनेक स्थानों में विभिन्न प्रकार से भय जैसा वातावरण महसूस होता है,जिसमें अंधेरे के समय नगर के विभिन्न क्षेत्रों में स्ट्रीट टाईट न होने के कारण,खाली खुली भूमि में जहाँ पर अधिक संख्या में भीड़/अराजक तत्व एकत्रित होते हैं ऐसे स्थानों से गुजरने पर,विद्यालय को जाते व आते समय तेज रफ्तार में बाइकर्स का लगातार आने जाने से सायं व रात्रि के समय ओटो से यात्रा के दौरान चालकों का परिचय पत्र व अन्य जानकारी न होने के साथ ही विभिन्न ठेलों के समीप नशे में एकत्रित लोगों से भय महसूस होता है,इस प्रकार की बातें इन कार्यशालाओं में बालिकाओं द्वारा समिति के सदस्यों को बताई,तथा ऐसे कुल 480 स्थान नगर क्षेत्रान्तर्गत चिह्नित किए गए।
इन सभी स्थानों में विभिन्न प्रकार की समस्याओं को अवगत कराया उन समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु व एक भयमुक्त वातावरण तैयार करने हेतु जिले में एक कार्ययोजना तैयार करते हुए विभागों को जिम्मेदारी सौपी गई।साथ ही इन स्थलों का भौतिक निरीक्षण करने के साथ ही उपजिलाधिकारी तुषार सैनी के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा सत्यापन के बाद कुल 82 स्थानों को अति संवेदनशील स्थान के रूप में चिह्नित किया गया हैं,इन स्थानों में नशे के कारोबार करने,छेड़छाड़ की घटना के दृष्टिगत संवेदनशील चिन्हित किया गया ।
इस संबंध में जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी, तथा पुलिस की टीम को इन सभी 82अति संवेदनशील स्थानों में लगातार छापेमारी की कार्यवाही,ओचक निरीक्षण करने सहित लगातार पुलिस गस्त बढ़ाने के निर्देश दिए। ताकि इन स्थानों में महिला व बालिकाऐं अपने को किसी भी प्रकार से अपने को असुरक्षित महसूस न करे।जिलाधिकारी ने कहा कि हमें एक भयमुक्त समाज देना है।

इन कार्यशाओं में टीम को  *विभिन्न स्थानों में अंधेरा रहने के कारण डर व भय महसूस होना भी बताया गया,जिनका चिह्नीकरण करते हुए कुल 146 स्थान चिह्नित किए गए,जहाँ स्ट्रीट लाईट न होने के कारण अंधेरा था। उनमें प्रशासन द्वारा तत्काल स्ट्रीट लाइट लगाने का निर्णय लिया गया*। इस संबंध में नगर आयुक्त द्वारा अवगत कराया कि *नगर निगम द्वारा कुल 106 स्थानों में सोलर स्ट्रीट लाईट लगा दी गई है*।शेष में उरेडा विभाग द्वारा लगाई जा रही है।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिन जिन कारणों से बालिकाएँ असुरक्षित महसूस करती थी,और विभागों द्वारा उन स्थानों में कार्यवाही करते हुए एक सुरक्षित माहौल तैयार करने हेतु विभाग युद्धस्तर पर कार्य करें ,इस संबंध में महिला टीम के सदस्य पुनः विद्यालयों में जाकर बालिकाओं से इस संबंध में जानकारी और फीडबैक भी ले लें। साथ ही अधिकारी इन स्थलों का समय समय पर निरीक्षण भी करते हुए कार्यवाही करें
इसी प्रकार नगर में संचालित ऑटो व ई रिक्शा में यात्रा के दौरान असुरक्षित महसूस करने संबंधित प्रकरण पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही करते हुए नगर निगम द्वारा परिवहन विभाग के सहयोग से ऑटो व ई रिक्शा चालकों का सत्यापन का कार्य किया गया,जिन्हें परिवहन विभाग द्वारा परिचय पत्र भी वितरित किए जा रहे हैं, साथ ही इनका एक ड्रेसकोड भी तैयार किया जा रहा है जो आगामी 4 नवंबर से लागू किया जाएगा।इस संबंध में जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग को निर्देश दिए कि जिन ओटो व रिक्शा चालकों के परिचय पत्र वितरित हो गए हैं, वह अवश्य ही उसका उपयोग करे,यह सुनिश्चित किया जाए*।
बैठक में जिलाधिकारी ने नगर अंतर्गत वेंडिंग जोन तथा वेंडर के चिह्नीकरण कार्य के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली। इस संबंध में अवगत कराया कि अभी तक 350 वेंडरों का चिह्नीकरण कर सत्यापन का कार्य हो गया है, वेंडिंग जोन/स्थल चयन का कार्य भी गतिमान है,चयन के अनुसार ही वेंडर को परिचय पत्र जारी किया जाएगा,ताकि वह निर्धारित स्थल पर ही अपनी दुकान को लगा सके। जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिए कि स्थाई वेंडिंग जोन को शीघ्र चिह्नित करने के साथ ही अस्थाई वेंडिंग जोन अर्थात जहाँ जहाँ विभिन्न दिवसों में हाट मेले आदि लगाए जाते हैं उन्हें भी चिह्नित किया जाय ।

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