नैनीताल पुलिस ने एलएलबी छात्र की हत्या का किया खुलासा।

नैनीताल पुलिस ने एलएलबी छात्र की हत्या का खुलासा किया आज हत्या की वजह मैगी खाने को लेकर हुआ विवाद बताया गया है। इस घटना को मृतक के दोस्त ने ही अंजाम दिया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी हरबंस सिंह ने बताया कि एलएलबी छात्र पार्थ हत्याकांड के कुशल अनावरण हेतु घटना स्थल के आस पास के लगभग 120-150 सी.सी.टी.वी कैमरों को चैक किया गया। घटनास्थल पहुचने से पूर्व मृतक पार्थ राज सिंह सामन्त व उसका दोस्त सिद्धार्थ उर्फ सिद्ध उर्फ सैमुअल व मंयक कन्याल, कमल रावत 4 लोग दिखाई दिये जिसमे से समय करीब रात्रि 11.15 बजे सिद्धार्थ अपनी मोटर साइकिल से घर जाते हुये दिखाई दिया। घटनास्थल के आस पास के सीसीटीवी कैमरों का गहनता से चैक किया गया तो 1 नवंबर की सुबह करीब 3.15 बजे मृतक पार्थ की कार से पार्थ के अलावा उसका दोस्त मंयक व अभियुक्त कमल रावत आता दिखाई दिये और थोडी देर बाद समय करीब 3.22 बजे मयंक कन्याल भी घटना स्थल से अपने घर जाता दिखाई दिया ।

मृतक पार्थ के साथ अन्तिम समय तक अभियुक्त कमल रावत उर्फ भदुवा ही मौजूद रहा। घटना के सम्बन्ध मे मंयक कन्याल के पूछताछ करने पर पता चला कि कमल रावत ही लास्ट तक पार्थ के साथ था व उसके द्वारा पार्थ राज सिंह सामन्त की हत्या की गयी है जो कि फरार चल रहा था जिसे 21 नवंबर 23 को देर शाम भाखडापुल के पास से मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया। जिससे पूछताछ पर अभियुक्त ने बताया कि मैं (कमल रावत) व पार्थ राज सिंह सामन्त, सिद्धार्थ व मंयक कन्याल दोस्त है व हम सभी लोग शराब, स्मैक व डौरेक्स (मेडिकल नशा आदि का नशा करते है। 31 नवंबर की शाम को मै, मयंक कन्याल, सिद्धार्थ व मृतक पार्थ राज सिंह एक साथ थे व उसके बाद हम मृतक पार्थ राज सिंह सामन्त का फोन लेने तिकोनिया हल्द्वानी गये उसके बाद हमने कई जगहों पर स्मैक, शराब व डौरेक्स का नशा किया फिर सिद्धार्थ उर्फ सैमुअल उर्फ सिद्धू को उसकी मोटर साइकिल के पास छोड दिया। वह अपने घर चला गया। उसके बाद जब हम तीनों (कमल रावत, मंयक कन्याल, मृतक पार्थ राज सिंह सामन्त) को भूख लगी तो हम लोग पार्थ की कार से रोडवेज पहुँचे। वहां की दुकाने बंद होने के कारण मुखानी चौराहे पर पहुँच कर चाय की दुकान में बंद अण्डा, मैगी व लस्सी पी।
मुझे लगा कि पार्थ नशे के कारण बेहोश हो गया या सो गया है फिर मैने उसकी ड्राइविंग सीट को पूरा पीछे लिटाया और पार्थ के दोनो हाथ पकड कर ड्राइविंग सीट पर लिटा दिया व मैंने फिर से स्मैक पी मुझे बहुत नशा हो गया था और मैं गाडी की अगली सीट पर सो गया सुबह जब धूप मेरी आँखो पर पड़ी तब है उठा तो मैंने पार्थ को काफी हिलाया उठाया, लेकिन पार्थ ने कोई हरकत नहीं कि मुझे घबराहट होने लगी मुझे समझ नही आ रहा था। मुझे पसीना आने लगा मैने अपने कपडे चैज किये फिर मौका देखकर पार्थ का फोन कार में ही छोड़कर व कार के शीशे बंद कर अपने कपडे लेकर वहा से चला गया। पार्थ की दोस्त आकांशा व मंयक का फोन आने पर मैने पार्थ के साथ हुयी घटना को छुपाते हुये कहा कि पार्थ ने मुझे घर छोड दिया था और चला गया था। दो तीन दिन बाद मुझे पता चला की पार्थ की मौत नशे के ओवर डोज से हुयी है तो मैं निश्चिन्त हो गया पर जब मुझे पता चला कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पार्थ की हत्या होना आया है तो मैं डर गया और कल हरिद्वार भागने की फिराक में था मैं पहले भी हरिद्वार में रह चुका हूँ पर मुझे पता था पुलिस मुझे तलाश कर रही है इस लिये मै अलग अलग साधनो मे भाखडा पहुँचा था पर मुझे पकड़ लिया ।

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